Srinagar Grenade Attack: CRPF बंकर पर बड़ा हमला, 12 नागरिक घायल
Srinagar Grenade Attack: रविवार, 3 नवंबर 2024 को जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में एक बड़ा ग्रेनेड हमला हुआ। यह हमला श्रीनगर के ऑल इंडिया रेडियो स्टेशन के बाहर स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के बंकर पर किया गया। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले में कम से कम 12 नागरिक घायल हुए हैं।
यह हमला ऐसे समय में हुआ, जब श्रीनगर के लाल चौक इलाके में साप्ताहिक संडे मार्केट (जो हर रविवार को लगता है) में भारी भीड़ थी और पर्यटक स्वागत केंद्र (टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर) भी वहीं स्थित था। आतंकवादियों ने ग्रेनेड को इसी क्षेत्र के पास फेंका, जिससे विस्फोट के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और दुकानदार अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
हमले में घायल हुए लोगों को तुरंत श्री महाराजा हरि सिंह अस्पताल (एसएमएचएस) में भर्ती कराया गया। एसएमएचएस के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, डॉ. तसनीम शौकत ने बताया कि “घायलों में आठ पुरुष और एक महिला शामिल हैं। सभी की स्थिति फिलहाल स्थिर है।” इस हमले के बाद, कश्मीर पुलिस के विशेष ऑपरेशन्स ग्रुप को जांच के लिए तैनात किया गया है, जबकि पुलिस और अर्धसैनिक बलों को हमलावरों को पकड़ने के लिए घटनास्थल पर भेजा गया है।
हमले में घायल हुए नागरिकों की सूची
- मिस्बा (17 वर्ष), निवासी तंत्री, नौगाम।
- अजान कालू (17 वर्ष), निवासी नूरबाग।
- हबीबुल्लाह राठर (50 वर्ष), निवासी कलूसा बांदीपोरा।
- अल्ताफ अहमद सेर (21 वर्ष), निवासी आमशिपोरा शोपियां।
- फैसल अहमद (16 वर्ष), निवासी खानयार।
- उर फारूक, निवासी पट्टन।
- फैजान मुश्ताक (20 वर्ष), निवासी पंपोर।
- जाहिद (19 वर्ष), निवासी चेकपोरा कलान नौगाम।
- गुलाम मोहम्मद सोफी (55 वर्ष), निवासी चट्टाबल।
- सुमैया जान (45 वर्ष), निवासी नैडखाई सुम्बल।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस ग्रेनेड हमले पर चिंता व्यक्त की और इस घटना की निंदा की। उन्होंने इस घटना को बेहद परेशान करने वाला बताया और कहा कि “पिछले कुछ दिनों से घाटी के कुछ हिस्सों में हमले और मुठभेड़ों की खबरें सुर्खियों में हैं। आज श्रीनगर के संडे मार्केट में निर्दोष दुकानदारों पर ग्रेनेड हमले की खबर बेहद चिंताजनक है। निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने का कोई औचित्य नहीं हो सकता। सुरक्षा तंत्र को जल्द से जल्द इन हमलों की लहर को रोकने का हर संभव प्रयास करना चाहिए ताकि लोग बिना किसी डर के अपना जीवन जी सकें।”
अनंतनाग-खानयार मुठभेड़
हालिया ग्रेनेड हमले से एक दिन पहले, शनिवार को श्रीनगर के अनंतनाग और खानयार में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच एक जबरदस्त मुठभेड़ हुई थी, जिसमें तीन आतंकवादी मारे गए थे। मारे गए आतंकियों में पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक वरिष्ठ कमांडर भी शामिल था, जो इलाके में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से एक घर में छिपा हुआ था। सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के छिपने के स्थान को आग के हवाले कर दिया।
आतंकवाद का बढ़ता खतरा और सुरक्षा तंत्र की चुनौतियाँ
श्रीनगर और कश्मीर घाटी में पिछले कुछ समय से आतंकवादी हमलों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। यह घटनाएं घाटी में शांति स्थापना के प्रयासों पर एक गंभीर सवाल खड़ा करती हैं। हाल ही के हमले दर्शाते हैं कि आतंकवादी संगठन घाटी में अपनी उपस्थिति को मजबूती से जताने की कोशिश कर रहे हैं। सुरक्षा बलों के लिए इन बढ़ते खतरों का मुकाबला करना एक बड़ी चुनौती है।
कश्मीर में सुरक्षा बलों की नई रणनीति
कश्मीर में बढ़ते आतंकवादी हमलों को देखते हुए सुरक्षा बलों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। आतंकवादियों को पकड़ने और उनके हमलों को विफल करने के लिए आधुनिक तकनीकों और इंटेलिजेंस का सहारा लिया जा रहा है। साथ ही सुरक्षा बलों की संख्या में भी वृद्धि की गई है और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी की गई है। इसके साथ ही, आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए भी जागरूकता बढ़ाई जा रही है ताकि वे किसी भी संदेहजनक गतिविधि की सूचना तुरंत सुरक्षा बलों को दे सकें।
श्रीनगर में हुए इस ग्रेनेड हमले ने घाटी में बढ़ते आतंकवाद के खतरों की ओर एक गंभीर संकेत दिया है। इस हमले में घायल हुए नागरिकों की जल्दी स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए, यह आवश्यक है कि सुरक्षा बल और प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अधिक कड़े कदम उठाए। जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सरकार को और भी ठोस और प्रभावी उपाय करने की आवश्यकता है ताकि निर्दोष नागरिकों को आतंकवाद के भय से मुक्ति मिल सके।